शेरकोट बालों से ब्रश बनाने के लिए प्रसिद्ध है। यहां हर प्रकार के बारीक से बारीक काम काम में इस्तेमाल होने वाले ब्रश से लेकर हर प्रकार के बड़े ब्रश तक बनाए जाते हैं। ब्रश बनाने का काम यहां एक कुटीर उद्योग की तरह है।
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बड़ वाले बाबा का देवस्थल – नूरपुर छीपरी गांव
शेरकोट के निकटवर्ती गांव नूरपुर छीपरी में बड़ वाले बाबा के देव स्थल पर जेष्ठ मास की दशमी के पर्व पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्रद्धालु बाबा के देव स्थल पर श्रद्धापूर्वक प्रसाद चढ़ाकर बाबा से अपने परिवार और देश की खुशहाली के लिए मनोकामनाएं मांगते हैं, और भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते हैं। इस स्थान की विशेषता है कि यहां जो कोई व्यक्ति सच्चे मन से जो कुछ मांगता है उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है।
देव स्थल पर स्थापित शिवलिंग नहर की खुदाई के समय निकला था और इसे कदंब के पेड़ के नीचे घीसुमल ने अपने खेत में स्थापित कर दिया गया था।
इस देव स्थल पर एक प्राचीन वटवृक्ष है। यह वटवृक्ष अपने अंदर पीपल, बेल, पीलखन, बेरी के वृक्ष स्थापित किए हुए हैं।
बहुत पहले से इस स्थान पर भंडारे का आयोजन होता आ रहा है।