_______________________________________________मुजफ्फरनगर जनपद (उ.प्र.भारत) के १०० किमी के दायरे में गंगा-यमुना की धरती पर स्थित पौराणिक महाभारत क्षेत्र
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मुजफ्फरनगर जिले का ऐतिहासिक तथा राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण समझा जाने वाला पुरकाजी कस्बा।
* पुरकाजी आम के बागों के लिए प्रसिद्ध है। इस क्षेत्र के आम के बागों में आम की अनेकों किस्में पैदा की जाती है जो दूर दूर तक प्रसिद्ध है।
* पुरकाजी कस्बा चाट के विशेष स्वाद के लिए दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। चाट के स्वाद ने पुरकाजी की पहचान कई प्रदेशों में कराई है। यहां की चाट में गोलगप्पे, भल्ले, गुंजिया-पकौड़ी, पापड़ी, आलू की टिक्की आदि बनते हैं। चाट खाने के बाद लोग इसके स्वाद की तारीफ करते नहीं थकते। पुरकाजी कस्बा नेशनल हाईवे 58 पर स्थित है। लोग यहां से आते-जाते समय पुरकाजी की चाट न खाएं तो उन्हें अपनी यात्रा अधूरी लगती है।
* गोधना गांव – पुरकाजी में ब्रिटिश कालीन लगभग 80 फुट ऊंची एक मीनार गोधना गांव के खोले में स्थित है। स्थानीय लोग बताते हैं कि इस मीनार के ऊपर चढ़कर पूरे क्षेत्र की जानकारी रखी जाती थी।
इस क्षेत्र में अंग्रेजों के समय के बंदूक व तोप के गोले के खोलें निकलते रहते हैं।
ब्रिटिश कालीन यह मीनार अब अपनी पहचान खोती जा रही है और काफी पुरानी होने के कारण धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त हो रही है।
गोधना गांव में एक पुराना किला भी स्थापित है।