________________________________________________मुजफ्फरनगर जनपद के १०० किमी के दायरे में गंगा-यमुना की धरती पर स्थित पौराणिक महाभारत क्षेत्र
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जलालाबाद कस्बा शामली जनपद का ऐतिहासिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण कस्बा है।
दिल्ली – सहारनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित जलालाबाद अपनी अनेकों विशेषताओं के लिए दूर-दूर तक प्रसिद्ध है।
यह कस्बा जैन धर्म के भगवान पार्श्वनाथ अतिशय क्षेत्र से भगवान पार्श्वनाथ की नगरी के रूप में जाना जाता है। प्राचीन जैन मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ की अति प्राचीन दुर्लभ अतिशयपूर्ण चमत्कारी प्रतिमा विराजमान है। जैन समुदाय में यह मंदिर आस्था का केंद्र है।
यहां का प्रकृतिक सौंदर्य भी बहुत सुंदर है। इस कस्बे के पूर्व दिशा में कृष्णा नदी बहती है।
प्राचीन समय में यह मनुहार खेड़ा के नाम से प्रसिद्ध था और यहां राजा कारक का राज्य था। राजा कारक के समय यह पूरा क्षेत्र राजपूत वीरो की वीरताओं से प्रसिद्ध था।
समय के साथ यह स्थान अफगान शासक जलाल खां के नाम पर जलालाबाद में बदल गया। बताते हैं कि बदायूं के नवाब से एक समझौते के तहत जलाल खां के पिता मीर हजार खां यहां के राजपूत राजाओं से युद्ध करने के लिए आए थे और उस युद्ध में हार गए, लेकिन मीर हजार खां के पुत्र जलाल खां ने अपनी कूटनीति से मनुहार खेड़ा रियासत पर कब्जा कर लिया। आज भी मनुहार खेड़ा रियासत के किले में जलाल खान के वंशज रहते हैं। इस घराने के गय्यूर अली खान दो बार सांसद रहे हैं।
जलालाबाद में सुंदर कलाकृतियों से बने प्राचीन मंदिर एवं संतो की तपस्थली श्रद्धालुओं के आस्था और आकर्षण का केंद्र है।
जलालाबाद राजकुमारी सावल दे लोक कथा के लिए भी जाना जाता है। राजकुमारी सावल दे के प्राचीन किले के अवशेष आज भी इस कस्बे में विद्यमान हैं।
स्वतंत्रता आंदोलनों में चाहे महात्मा गांधी का नमक, दांडी मार्च यह स्वदेशी आंदोलन रहे हो, जलालाबाद के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था।
जलालाबाद का नाम मुस्लिम धार्मिक शिक्षा में पूरे विश्व में फैला है। जलालाबाद में विश्व प्रसिद्ध दीनी तालीम का अरबी मदरसा है। आज भी इस मदरसे में देश विदेश से छात्र मुस्लिम दीनी तालीम लेने के लिए आते हैं।
जलालाबाद में पुराने समय से अनाज, धान, गुड एवं लकड़ी का थोक व्यापार होता रहा है।
यहां लहसुन, प्याज, गोभी, मिर्च, आलू, गाजर की खेती भी बड़े पैमाने पर की जाती है जो पूरे भारतवर्ष में प्रसिद्ध है।
जलालाबाद की सुंदरता को इंटरनेट पर देख कर पंजाबी गीतों के कलाकारों ने अपने पंजाबी गीतों की एल्बम के लिए यहां पर शूटिंग भी की है