रुकमणी महल –
महाभारत कालीन रुकमणी महल के बारे में फतेहपुर गांव के लोगों का कहना है कि उक्त महल से रुकमणी सुरंग के जरिए अंबिका देवी के मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए जाया करती थी। अंबिका देवी के मंदिर से ही श्री कृष्ण ने रुक्मणी का अपहरण किया था।
इस रुक्मणी महल के बहुत निकट से ही गंगा नदी प्रवाहित हो रही है। मूसलाधार बारिश में भीमगोड़ा बैराज से जब गंगा में अधिक पानी छोड़ा जाता है तो यहां भूमि के कटान से इस रुक्मणी महल के अस्तित्व पर खतरा मंडरा जाता है।
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पौराणिक गौरी शंकर मंदिर – तीतरवाला गांव
चंदक क्षेत्र के तीतरवाला गांव में पौराणिक गौरी शंकर मंदिर स्थित है। महाशिवरात्रि के पर्व पर हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लाकर यहां शिवलिंग का जलाभिषेक करने के लिए शिव भक्त भोलों की भीड़ उमड़ पड़ती है।